बिहार में कोरोना से जाती रही लोगों की जान, लेकिन पैक रखे रहे 207 वेंटिलेटर; स्वास्थ्य मंत्री ने दी सफाई
By: Pinki Wed, 19 May 2021 4:01:22
कोरोना की दूसरी लहर में बिहार में लोगों की जान जाती रही लेकिन राज्य के 36 जिलों में 207 वेंटिलेटर की पैकिंग तक नहीं खुल पाई। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय की दलील है कि वेंटिलेटर ऑपरेट करने वाले लोग नहीं हैं, इसलिए इनका इस्तेमाल नहीं किया गया। स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि सरकारी अस्पतालों में वेंटिलेटर इसलिए इंस्टॉल नहीं हो पाए, क्योंकि इन्हें चलाने के लिए 140 ऑपरेटर चाहिए। स्वास्थ्य विभाग के पास केवल 77 ऑपरेटर ही हैं।
स्वास्थ्य मंत्री ने कही ये बात
अपनी सफाई में स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि वेंटिलेटर सिर्फ एक मशीन नहीं है जिसे बेड से जोड़ देने के बाद वह वेंटिलेटर बेड बन जाएगा। बेड के हिसाब से एनेस्थीसिस्ट की भी जरूरत पड़ती है। हमारे पास एनेस्थीसिस्ट नहीं हैं, इसलिए वेंटिलेटर रहते हुए भी उन्हें इंस्टॉल कर पाना संभव नहीं हो पाया। हमने एक साल में तीन बार एनेस्थीसिस्ट की भर्ती करने की कोशिश की लेकिन हमें 140 की जगह सिर्फ 77 लोग मिले। हमने यह घोषणा भी कि 1.5 लाख रुपए सैलरी देंगे, लेकिन तब भी लोग नहीं आए।
पांडेय ने कहा कि कुछ लोगों का कहना है कि टेक्निशियन की कमी के चलते वेंटिलेटर का उपयोग नहीं हो रहा है। यह झूठ है, सच यह है कि टेक्निशियन वेंटिलेटर ऑपरेट नहीं करता है। वह सिर्फ सहयोग करता है। मुख्य काम एनेस्थीसिस्ट का है। इसीलिए हमने यह निर्णय लिया था कि निजी अस्पतालों में जहां मैनपावर है और वेंटिलेटर ऑपरेट करने की व्यवस्था है, उन्हें वेंटिलेटर दिए जाएंगे। इसके तहत पटना समेत कई जिलों में वेंटिलेटर निजी अस्पतालों को दिए गए हैं। यह फैसला लोगों की सुविधा के लिए किया गया है।
बता दे वेंटिलेटर निजी अस्पतालों में लगाने का आदेश 2 मई को जारी हुआ था, लेकिन 16 दिन बीतने के बाद भी अब तक केवल दो दर्जन वेंटिलेटर ही निजी अस्पतालों में इंस्टॉल हो पाए हैं।
मंगलवार को 111 मरीजों की हुई मौत
बता दे, बिहार में मंगलवार को 6,286 लोग कोविड पॉजिटिव पाए गए। वहीं, 111 मरीजों की मौत हुई है। पिछले 24 घंटे के भीतर ही 11174 मरीज संक्रमण से उबरे हैं। प्रदेश की राजधानी पटना में सबसे अधिक 924 मामले प्रकाश में आए हैं। इसके अलावा, अररिया में 218, अरवल में 87, औरंगाबाद में 129, बेगूसराय में 273, भागलपुर में 111, दरभंगा में 108, पूर्वी चंपारण में 266, गया में 163, गोपालगंज में 424, जमुई में 60, कैमूर में 51, कटिहार में 137, खगड़िया में 59, किशनगंज में 193, लखीसराय में 87, मधेपुरा में 145, मधुबनी में 191, मुंगेर में 135, मुजफ्फरपुर में 211, नालंदा में 232, नवादा में 68, पूर्णिया में 360, रोहतास में 50, सहरसा में 108, समस्तीपुर में 217, सारण में 149, सीतामढ़ी में 95, सिवान में 153, सुपौल में 265, वैशाली में 181 तथा पश्चिम चंपारण में 206 कोरोना मरीज सामने आए। बिहार में मंगलवार को 52007 लोगों ने कोविड-19 का टीका लगवाया। इसमें 18 से 44 वर्ष और 45 वर्ष से अधिक उम्र के लोग शामिल हैं। प्रदेश में अबतक 9310946 लोग टीका ले चुके हैं।
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